लेखनी प्रतियोगिता -13-Feb-2022 मोहब्बत
नज़र ही नजर में बात कर गई ,
दिल पर हमारे ये घात कर गई |
पलकें जो तुमने झुकाई सनम,
शाम में तब्दील ये रात कर गई |
इश्क में तेरे होकर मैं बेखबर ,
मोहब्बत की शुरुआत कर गई |
पहलू में आकर ऐसे तू बैठा,
आगोश का तेरे एहसास कर गई |
बिखर गई टूट कर मैं सजना ,
अपना वजूद तेरे नाम कर गई |
ठहराव शिखा अब देना नजरों को ,
सौगात दिल का तेरे नाम कर गई |||
प्रतियोगिता हेतु
शिखा अरोरा (दिल्ली)
Shrishti pandey
14-Feb-2022 09:26 AM
Very nice
Reply
Punam verma
14-Feb-2022 08:33 AM
बेहतरीन पोस्ट
Reply
Seema Priyadarshini sahay
14-Feb-2022 01:28 AM
बहुत खूबसूरत
Reply